विश्वास आशा की हुई वस्‍तुओं का निश्‍चय, और अनदेखी वस्‍तुओं का प्रमाण है। - Click Bible

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विश्वास आशा की हुई वस्‍तुओं का निश्‍चय, और अनदेखी वस्‍तुओं का प्रमाण है।

विश्वास आशा की हुई वस्‍तुओं का निश्‍चय, और अनदेखी वस्‍तुओं का प्रमाण है।

विश्वास आशा की हुई वस्‍तुओं का निश्‍चय, और अनदेखी वस्‍तुओं का प्रमाण है। इब्रानियों 11:1



हम देखी हुई चिजों पर नहीं पर विश्वास से चलते हैं। और विश्वास सुनने से आता है और सुनना जो है वह परमेश्वर के कहे गये वचन के द्वारा होता है।

सो विश्वास सुनने से, और सुनना मसीह के वचन से होता है। रोमियों 10:15

हम विश्वास से हि जानते हैं कि इस संसार का रचने वाला परमेश्वर है। कयोंकि जो कुछ भी हम इस संसार मे प्राकृतिक चिजें देखते हैं, वह अपने आप नहीं आ गया। इसका मतलब है इसका कोई बनाने वाला है। अर्थात परमेश्वर । आपके मन मे कुछ सवाल हो सकते हैं , आप थोड़ा सोचिए हम जो भी अपने दैनिक जीवन मे वस्तुओं का उपयोग करते हैं। जैसे उदाहरण के रूप मे फोन  को ही ले लिजिए , यह फोन जो है अपने आप नहीं आ गई । इसका मतलब है इसका कोई न कोई बनाने वाला है। उसी तरह हमे जो भी प्राकृतिक चिजें दिखाई देती हैं - पेड़ - पौधे , जगंल, नदी-झील, समुद्र, पहाड़ ,जीव-जन्तु यहां तक हम इसान यह सब अचानक से नहीं आ गये । मतलब इन सभी का बनाने वाला कोई है अर्थात परमेश्वर। और सब कुछ उसी के नियंत्रण मे है।

हम कैसे अपने विश्वास कैसे बढ़ा सकते हैं?

बाइबल अध्ययन के द्वारा , कयोंकि हम जितना अधिक  किसी के चरित्र को जानते हैं उस पर हमारा विश्वास और भी अधिक बड़ते जाता है। और जब आप मसीह के चरित्र को जानेंगे आपको विश्वास उस पर होने लग जाऐगा और आप पूर्ण से विश्वास करने लगेंगे।
आप ने पढ़ा " सो विश्वास सुनने से, और सुनना मसीह के वचन से होता है। रोमियों 10:15

क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उस ने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए। यूहन्ना 3:16
                   और जब आप उस पर विश्वास करते है , तो सभी चिजों पे जय पा जाते हैं। ईश्वर पर विश्वास करें।

विश्वास के लिए बाइबल के इन आयतों को पढे़...


विश्वास आशा की हुई वस्‍तुओं का निश्‍चय, और अनदेखी वस्‍तुओं का प्रमाण है। इब्रानियों 11:1

 सो विश्वास सुनने से, और सुनना मसीह के वचन से होता है। रोमियों 10:15

 तू अपनी समझ का सहारा न लेना, वरन सम्पूर्ण मन से यहोवा पर भरोसा रखना। उसी को स्मरण करके सब काम करना, तब वह तेरे लिये सीधा मार्ग निकालेगा। नीतिवचन 3:4,5

 यीशु ने उस से कहा, यदि तू विश्वास कर सकता है, तो विश्वास करनेवाले के लिये सब संभव है। मरकुस 6:23

 सो यदि कोई मसीह में है तो वह नई सृष्‍टि है; पुरानी बातें बीत गई हैं, देखो, वे सब नई हो गईं। 2 कुरिन्थियों 5:16

 किंतु परमेश्वर के लिये कुछ भी असंभव नहीं । लूका 1:34

 ...तुम्हारे विश्वास के अनुसार तुम्हारे लिये हो। मत्ती 4:29

पर यदि तुम में से किसी को बुद्धि की घटी हो, तो परमेश्वर से मांगे, जो बिना उलाहना दिए सब को उदारता से देता है और उस को दी जाएगी। पर विश्वास से मांगे, और कुछ सन्‍देह न करे क्‍योंकि सन्‍देह करनेवाला समुद्र की लहर के समान है जो हवा से बहती और उछलती है। ऐसा मनुष्य यह न समझे, कि मुझे प्रभु से कुछ मिलेगा। याकूब 1:5-7

 और विश्वास बिना उसे प्रसन्न करना असंभव है; क्‍योंकि परमेश्वर के पास आनेवाले को विश्वास करना चाहिए कि वह है, और अपने खोजनेवालों को प्रतिफल देता है।
 इब्रानियों 11:4

 निदान, जैसे देह आत्मा बिना मरी हुई है वैसा ही विश्वास भी कर्म बिना मरा हुआ है। याकूब 2:26

 ...और जो कुछ विश्वास से नहीं, वह पाप है। रोमियों 16:26

 और मेरा धर्मी जन विश्वास से जीवित रहेगा, और यदि कोई पीछे हट जाए तो मेरा मन उस से प्रसन्न न होगा।
 इब्रानियों 10:37

 वह मुझे घात करेगा, तौभी मैं उस पर विश्वास रखुंगा... अय्युब 13:15

 ...शान्त रहने और भरोसा रखने में तुम्हारी सामर्थ है। यशायह 30:15

 यदि हम अविश्वासी भी हों तौभी वह विश्वासयोग्य बना रहता है,क्‍योंकि वह आप अपना इन्‍कार नहीं कर सकता। 2 तीमुथियुस 2:12

 क्‍योंकि जो कुछ परमेश्वर से उत्‍पन्न हुआ है, वह संसार पर जय प्राप्‍त करता है, और वह विजय जिस से संसार पर जय प्राप्‍त होती है हमारा विश्वास है। 1 युहन्ना 5:4

 और उन सब के साथ विश्वास की ढाल लेकर स्थिर रहो जिस से तुम उस दुष्‍ट के सब जलते हुए तीरों को बुझा सको। इफिसियों 4:15

 उस ने उन से कहा,अपने विश्वास की घटी के कारण;क्‍योंकि मैं तुम से सच कहता हूं, यदि तुम्हारा विश्वास राई के दाने के बराबर भी हो, तो इस पहाड़ से कहोगे, कि यहां से सरककर वहां चला जा, तो वह चला जाएगा , और कोई बात तुम्हारे लिथे असंभव न होगी। मत्ती 14:20

 और विश्वास के कर्ता और सिद्ध करनेवाले यीशु की ओर ताकते रहें जिस ने उस आनन्‍द के लिये जो उसके आगे धरा था, लज्ज़ा की कुछ चिन्‍ता न करके, क्रूस का दुख सहा, और सिंहासन पर परमेश्वर के दाहिने जा बैठा। इब्रानियों 12:2

 जब हम विश्वास से धर्मी ठहरे, तो अपने प्रभु यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर के साथ मेल रखें। रोमियों 12:2

 यीशु ने उस को उत्तर दिया, कि परमेश्वर पर विश्वास रखो। मरकुस 11:22

 हे मेरे भाइयों, यदि कोई कहे कि मुझे विश्वास है पर वह कर्म न करता हो, तो उस से क्या लाभ? क्या ऐसा विश्वास कभी उसका उद्धार कर सकता है?
याकूब 2:14

यदि कोई भाई या बहिन नगें उघाड़े हों, और उन्हें प्रति दिन भोजन की घटी हो।
याकूब 2:15

और तुम में से कोई उन से कहे, कुशल से जाओ, तुम गरम रहो और तृप्त रहो; पर जो वस्तुएं देह के लिये आवश्यक हैं वह उन्हें न दे, तो क्या लाभ?
याकूब 2:16

वैसे ही विश्वास भी, यदि कर्म सहित न हो तो अपने स्वभाव में मरा हुआ है।
याकूब 2:17

 वरन कोई कह सकता है कि तुझे विश्वास है, और मैं कर्म करता हूं: तू अपना विश्वास मुझे कर्म बिना तो दिखा; और मैं अपना विश्वास अपने कर्मों के द्वारा तुझे दिखाऊंगा।
याकूब 2:18

तुझे विश्वास है कि एक ही परमेश्वर है: तू अच्छा करता है: दुष्टात्मा भी विश्वास रखते, और थरथराते हैं।
याकूब 2:19

पर हे निकम्मे मनुष्य क्या तू यह भी नहीं जानता, कि कर्म बिना विश्वास व्यर्थ है?
याकूब 2:20

 जब हमारे पिता इब्राहीम ने अपने पुत्र इसहाक को वेदी पर चढ़ाया, तो क्या वह कर्मों से धामिर्क न ठहरा था?
याकूब 2:21

सो तू ने देख लिया कि विश्वास ने उस के कामों के साथ मिल कर प्रभाव डाला है और कर्मों से विश्वास सिद्ध हुआ।
याकूब 2:22

और पवित्र शास्त्र का यह वचन पूरा हुआ, कि इब्राहीम ने परमेश्वर की प्रतीति की, और यह उसके लिये धर्म गिना गया, और वह परमेश्वर का मित्र कहलाया।
याकूब 2:23

 सो तुम ने देख लिया कि मनुष्य केवल विश्वास से ही नहीं, वरन कर्मों से भी धर्मी ठहरता है।
याकूब 2:24

वैसे ही राहाब वेश्या भी जब उस ने दूतों को अपने घर में उतारा, और दूसरे मार्ग से विदा किया, तो क्या कर्मों से धामिर्क न ठहरी?
याकूब 2:25

 निदान, जैसे देह आत्मा बिना मरी हुई है वैसा ही विश्वास भी कर्म बिना मरा हुआ है॥
याकूब 2:26

 और इस कारण तुम मगन होते हो, यद्यपि अवश्य है कि अब कुछ दिन तक नाना प्रकार की परीक्षाओं के कारण उदास हो। और यह इसलिये है कि तुम्हारा परखा हुआ विश्वास, जो आग से ताए हुए नाशमान सोने से भी कहीं अधिक बहुमूल्य है, यीशु मसीह के प्रगट होने पर प्रशंसा, और महिमा, और आदर का कारण ठहरे। उस से तुम बिन देखे प्रेम रखते हो, और अब तो उस पर बिन देखे भी विश्वास करके ऐसे आनन्‍दित और मगन होते हो जो वर्णन से बाहर और महिमा से भरा हुआ है। और अपने विश्वास का प्रतिफल अर्थात आत्माओं का उद्धार प्राप्‍त करते हो। 1 पतरस 1:7-9

 परमेश्वर आपको आशीष दे।

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