1,20,000 से अधिक मनुष्यों का पश्चाताप । Bible Stories In Hindi - Click Bible

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1,20,000 से अधिक मनुष्यों का पश्चाताप । Bible Stories In Hindi

1,20,000 से अधिक मनुष्यों का पश्चाताप । Bible Stories.

1,20,000 से अधिक मनुष्यों का पश्चाताप ।  Bible Stories

परमेश्वर की दृष्टि में नीनवे नगर का पाप !

संक्षिप्त सारांश " यह बाइबल आधारित संदेश एक भविष्यवक्ता के जोखिम भरे कार्यो का वर्णन है जिसमें परमेश्वर की आज्ञा का उल्लघंन करने का प्रयत्न किया था। परमेश्वर ने उससे नीनवे नगर जाने को कहा। जो इजरायल के सबसे ख़तरनाक शत्रु, विशाल अश्शूरी साम्राज्य की राजधानी था। परन्तु योना परमेश्वर के सन्देश के साथ वहां नहीं जाना चाहता था। क्योंकि उसे पूरा निश्चय था कि परमेश्वर उस नगर का सत्यानाश करने की अपनी चेतावनी को पुरा नहीं करेगा। कई नाटकीय घटनाओं के पश्चात, अनिच्छा से उसने आज्ञा मान ली ।

(योना 1:1-2)
यहोवा का यह वचन अमितै के पुत्र योना के पास पहुंचा, 2 उठ कर उस बड़े नगर नीनवे को जा, और उसके विरुद्ध प्रचार कर; क्योंकि उसकी बुराई मेरी दृष्टि में बढ़ गई है।

आज्ञा का मानना (योना 3:1-10)

1,तब यहोवा का यह वचन दूसरी बार योना के पास पहुंचा, कई नाटकीय घटनाओं के पश्चात् , जब योना ने आज्ञा मान ली।

2,उठ कर उस बड़े नगर नीनवे को जा, और जो बात मैं तुझ से कहूंगा, उसका उस में प्रचार कर। 3 तब योना यहोवा के वचन के अनुसार नीनवे को गया। नीनवे एक बहुत बड़ा नगर था, वह तीन दिन की यात्रा का था। 4 और योना ने नगर में प्रवेश कर के एक दिन की यात्रा पूरी की, और यह प्रचार करता गया, अब से चालीस दिन के बीतने पर नीनवे उलट दिया जाएगा (नष्ट किया जाएगा) 

5 तब नीनवे के मनुष्यों ने परमेश्वर के वचन की प्रतीति की; और उपवास का प्रचार किया गया और बड़े से ले कर छोटे तक सभों ने टाट ओढ़ा। 6 तब यह समाचार नीनवे के राजा के कान में पहुंचा; और उसने सिंहासन पर से उठ, अपना राजकीय ओढ़ना उतार कर टाट ओढ़ लिया, और राख पर बैठ गया।
7 और राजा ने प्रधानों से सम्मति ले कर नीनवे में इस आज्ञा का ढींढोरा पिटवाया, कि क्या मनुष्य, क्या गाय-बैल, क्या भेड़-बकरी, या और पशु, कोई कुछ भी न खाएं; वे ने खांए और न पानी पीवें। 8 और मनुष्य और पशु दोनों टाट ओढ़ें, और वे परमेश्वर की दोहाई चिल्ला-चिल्ला कर दें; और अपने कुमार्ग से फिरें; और उस उपद्रव से, जो वे करते हैं, पश्चाताप करें। 9 सम्भव है, परमेश्वर दया करे और अपनी इच्छा बदल दे, और उसका भड़का हुआ कोप शान्त हो जाए और हम नाश होने से बच जाएं॥

10 जब परमेश्वर ने उनके कामों को देखा, कि वे कुमार्ग से फिर रहे हैं, तब परमेश्वर ने अपनी इच्छा बदल दी, और उनकी जो हानि करने की ठानी थी, उसको न किया॥

नीनवे जहां एक लाख बीस हजार से अधिक मनुष्य थे परमेश्वर ने उनके कामों को देखा कि वे पापों से फिर रहे हैं, तरस खाया। और परमेश्वर ने अपनी इच्छा बदल दी, और उनकी जो हानि करने की ठानी थी, उसको न किया।

यह बाइबल सन्देश सृष्टि पर परमेश्वर के पुर्ण प्रभुता को चित्रित करती है । पर सबसे मुख्य बात यह है की इसमें परमेश्वर को " प्रेम और दया का परमेश्वर " के रुप में चित्रित किया गया है, यहां तक कि वह अपनी प्रजा के शत्रुओं को दण्ड देने और नष्ट करने के बदले उनको क्षमा करना और उनका उद्धार करना चहता है।

परमेश्वर आपको आशीष दे।


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योना मछली के पेट में
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