चंगाई और प्रार्थना के लिए सामर्थी बाइबल वचन
ऐसे तो बाइबल भरी पड़ी है चंगाई के वचनों से लेकिन हम कुछ चयनित वचनों को देखेंगे जिसे आप निरन्तर अपने प्रार्थना में शामिल कर सकते है, क्योंकि परमेश्वर का वचन सामर्थी है, तथा एक बार मुख से निकला तो कार्य कर के ही लौटती है। ऐसा बाइबल दर्शाती है...
भजन संहिता 34:19 " धर्मी पर बहुत सी विपत्तियां पड़ती तो हैं, परन्तु यहोवा उसको उन सब से मुक्त करता है।"
यह वचन स्पष्ट रूप से यह दर्शाता है की धर्मी पर बहुत सी विपतियां पड़ती हैं, परन्तु यहोवा सबसे उन्हें मुक्त करता है।
जैसे आप सभी लोग जानते हैं की धर्मी जन हम मसीह है और बाइबल में ऐसा कहीं नहीं लिखा है की धर्मी पर कोई संकट,विपत्तियां नहीं आएगा या कोई बिमारियां नहीं आएगा। यदि बिमारियां आती ही नहीं तो प्रभु यीशु मसीह बिमारियों के लिए कोड़े ही नहीं खाते। तो यह स्पष्ट रुप से साफ है हमारे मनो में कि बिमारियां आ सकती हैं लेकिन परमेश्वर वायदा है धर्मीयों पर विपत्तियां पड़ेगी लेकिन परमेश्वर उनको उनमें से मुक्त भी करेगा।
तो जब भी हमें कोई बिमारी आय या हम किसी तरह की अपने शरीर में रोगी महसूस करे चाहे हम अपने मन , प्रान ,आत्मा या शरीर में अपने आपको उदास , दूख , निरास या बिमार महसूस करें तो हम इस वचन को देहदिरी कर सकते हैं। और इस बंधनों से इस बिमारी कि गुलामी से हम आजाद हो सकते हैं। क्योंकि परमेश्वर का वचन सामर्थी है। जैसा कि वचन इब्रानियों की किताब 4:12 में लिखा है " परमेश्वर का वचन जीवित, सामर्थी और ज़बरदस्त ताकत रखता है " एक बार मुख से निकला तो वह कार्य कर के ही लौटता है।
तो जब भी आप बिमार हो ,जब भी आप शरीर में किसी भी तरह का रोग महसूस करें तो आप इस वचन को जरूर बोलें। क्योंकि परमेश्वर ने वादा किया है कि वे इन सब से उनको मुक्त करेगा। वह कभी हमें उदासी में, बिमारि में एकेला नहीं छोड़ता। और परमेश्वर ने यह वादा किया है कि तुम पर बिमारियां आएंगी, या रोग आएंगे तो मैं तुम्हें उन में से छुड़ा लुंगा। परमेश्वर खुद आकर इन विपत्तियों के बीच हमें शिफा देता है।
यशायाह 53:5 "परन्तु वह हमारे ही अपराधो के कारण घायल किया गया, वह हमारे अधर्म के कामों के हेतु कुचला गया; हमारी ही शान्ति के लिये उस पर ताड़ना पड़ी कि उसके कोड़े खाने से हम चंगे हो जाएं।"
यह वचन साफ परमेश्वर के प्रेम को हमारे प्रती दर्शाता है। जैसा परमेश्वर ने बताया है इस वचन मैं कि " वह हमारे ही अपराधो के कारण घायल किया गया, वह हमारे अधर्म के कामों के हेतु कुचला गया " जैसा आप सभी लोग जानते हैं कि परमेश्वर ने अपने एकलौते पुत्र यीशु मसीह को हमारे अपराधो की क्षमा के लिए बलिदान होने दिया। जैसे परमेश्वर का वचन ऐसा कहता है कि वह हमारे अपराधो के लिए कुचला गया। आप तो जानतें हैं कि मनुष्य और मानवजाति पाप और अपराधो से भरी पड़ी है लेकिन प्रभु यीशु मसीह आया जीसने हम सब के अपराधो को वह कलवरी क्रुस पर उठा लिया और हमारे ही वजह से उसने कोड़े खाये। ताकि हम शिफा पासके ।
क्योंकि प्रभु यीशु मसीह में कोई बुराई नहीं था, कोई दाग नहीं था ,वह पवित्र परमेश्वर था। लेकिन फिर भी मेरे प्रियों उसने मानव जाति के पापों को, अपराधों को वह अपने उपर उठा लिया और उसने वह सब ताड़ना सही। ताकि मानव जाति उद्धार और चंगाईयां पा सके। और परमेश्वर का वचन ऐसा भी लिखा है आगे " उस पर ताड़ना पड़ी कि उसके कोड़े खाने से हम चंगे हो जाएं " तो इस वचन को सबसे उत्तम तरिके से हमें देहधारी करना चाहिए। मतलब बोलना है, जब भी हम बिमार हो , जब भी हम रोगी महसूस करें तो हम ऐसा वचन हम बोल (दावा) सकते है। कि यीशु मसीह के कोड़े खानें से हम चंगे हो चुके हैं ।
यह वचन सर्व प्रथम बाइबल में हमें यह दर्शाता है यीशु मसीह ने हमारे लिए कोड़े खाएं। शैतान का हम पर कोई अधिकार नहीं प्रियों कई बार शैतान हमें बिमारी कि अवश्था में गिराने कि कोशिश करता है, इस प्रकार कि बिचार दे कर कि हम कभी चंगे नहीं हो सकतें, हम इतनी दवायी खा रहें हैं, हम डॉक्टर के पास जा रहें हैं लेकिन फिर भी हम्में चंगाई क्यों नहीं आ रही है। तो उसी समय आप अपने मन को परमेश्वर के इस वचन कि ओर फेर दिजिए। क्योंकि परमेश्वर का वचन जीवित है। परमेश्वर का वचन ही हमारी दवाई है। और उसका वचन हमें दृढ़ और चंगा करता है। तो इस वचन को भी आप अंगिकार के साथ बोल सकते हैं। अपनी बिमारी से चंगाई पाने के लिए।
भजन संहिता 107:20 " वह अपने वचन के द्वारा उन को चंगा करता और जिस गड़हे में वे पड़े हैं, उससे निकालता है।"
यह वचन हमें स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि परमेश्वर का वचन हमें चंगा करता है और जिस गड़हे में यानी जिस अंधकार कि तराई में पड़े हैं वे उस में से निकालने कि योग्य वचन है। तो परमेश्वर का वचन सामर्थी है, जैसा आप इस संदेश के द्वारा जाना कि परमेश्वर का वचन जिवीत है और आकाश और पृथ्वी टल जाएंगे लेकिन उसका वचन कभी नहीं टलेगा। जब भी हम अपने आप को बिमारी से पिडीत महसूस करते है तो हमें डरना नहीं है वरन हिआव के साथ यीशु मसीह के सामर्थी वचनों को बोलना है घोषना करना है कि वह अपना वचन भेज कर हमें चंगा करता है। जिस गढ़े में हम पढ़े हैं उसमें से हमें निकलता है।
कई बार रोगी अपने आप को निर्बल महसूस करते हैं यहां तक कि उनमें अपने जीवन को समाप्त करने की भी विचार आते हैं। लेकिन प्रियो हमें ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना। यह विचार परमेश्वर कि ओर से नहीं वरन् शैतान कि ओर से है उस विचारों को दूर कर ऐसे वचनों को बोलना है , घोषणा करना है, कि परमेश्वर का वचन ऐसा कहता है कि वह अपना वचन भेज कर हमें चंगा करता है। और जिस गढ़े में हम पडें हैं उनमें से हमें निकलता है। क्योंकि परमेश्वर कहता है हम वचन के द्वारा चंगे हो जाएंगे।
यिर्मयाह 30:17 " मैं तेरा इलाज कर के तेरे घावों को चंगा करूंगा, यहोवा की यह वाणी है; क्योंकि तेरा नाम ठुकराई हुई पड़ा है: वह तो सिय्योन है, उसकी चिन्ता कौन करता है?"
यहोवा की यह वानी है की वह हमारा ईलाज करता है , हमारे घावों को चंगा करता है। यह घाव हमारे आत्मा पर भी हो सकता है, यह हमारे शरीर पर भी हो सकता है, हमारे मन भावना और इच्छाओं पर भी हो सकतें हैं । लेकिन जब भी परमेश्वर कि प्रार्थना में बैठते हैं हम अपने संगती को उस जीवित से जोड़ते हैं अपने मनो को तो वह हमारे मन को, शरीर को, आत्मा को हर घाव से चंगा करता है। अपने धर्ममय दाहिने हाथ से हमें संभालता है हर समय क्योंकि यहोवा की यही वानी है। यहोवा का यही वायदा है हम से, वह वायदा कर के पिछे हटने वाला नहीं वरन् वायदा कर के पुरा करने वाला परमेश्वर है।
भजन संहिता 103: 3 "वही तो तेरे सब अधर्म को क्षमा करता, और तेरे सब रोगों को चंगा करता है, "
यह वचन भी स्पष्ट रूप से यह दर्शाता है प्रभु यीशु मसीह हमारे अधर्मो को क्षमा करता है। ऐसा नहीं है जब हम कभी पाप में गिरे या अधर्म हमसे हो जाए , गुनाह हम से हो जाए तो उसमें ही डुब कर रहे नहीं। परमेश्वर ने वायदा किया है की वह हमारे अधर्म को क्षमा करता है।
पहली बात तो यह है कि हमें खराई से चलने की कोशिश करना है, गुनाहों और पापों से मन फिराना चाहिए। लेकिन हम विश्वास के साथ घोषणा भी कर सकते हैं की यदि शैतान हमारे मनों पर यह विचार लेकर आए की हम एक अधर्मी हैं एक पापी व्याक्ति हैं इस लिए सायद बिमारियां हम पर आती हैं, ऐसा बिल्कुल भी नहीं है ऐसा बिल्कुल भी नहीं सोचना है यह सब शैतान की ओर से है । लेकिन परमेश्वर ने तो कहा है कि वह हमारे अधर्मो को क्षमा करता है और हमारे सब रोगों को चंगा करता है। इस वचन को आप अपने बिमारियों में, अपने पिडां के समय में घोषना कर सकते हैं। इस उन की प्रार्थना से रोगी शिफा पाता है।
आप इस वचनों के साथ के साथ परमेश्वर के किए हुए अपने कलवरी क्रुस के उपकारों को याद करें की किस तरह से उसने हमारे गुनाहों को हमारे अधर्मो को कलवरी क्रुस पर उठाया और हमारे अधर्मो को क्षमा किया और हम अब उसके वचन पर विश्वास करते हैं जो हमें हमारे सभी रोगों से चंगा करता है।
यिर्मयाह 17:14 "हे यहोवा मुझे चंगा कर, तब मैं चंगा हो जाऊंगा; मुझे बचा, तब मैं बच जाऊंगा; क्योंकि मैं तेरी ही स्तुति करता हूँ। "
प्रभु यीशु मसीह ने कहा इस वचन में इस तरह से नाम को घोषणा करना है की हम तेरी स्तुति करते हैं खुदा हम तेरी प्राथना करते हैं परमेश्वर। जैसा की हम मसीह भाई- बहनों के मन ,प्रान , शरीर , आत्मा का परमेश्वर यीशु मसीह है। वही हमारा यहोवा राफा है मतलब वही हमारा चंगा करने वाला परमेश्वर है। हम उसे इस रिति से पुकार सकते हैं , हे यहोवा मुझे चंगा कर तो मैं चंगा हो जाऊंगा, मुझे बचा तो मैं बच जाऊंगा क्योंकि मैं तेरी ही स्तुति करता हूं। जब हम घूटने टेक कर अपने परमेश्वर से बिमारियों में भी स्तुति करते हैं तो अधिकार के साथ उसे पुकार सकते हैं हे यहोवा मुझे चंगा कर, तो मैं चंगा हो जाऊंगा, मुझे बचा तो मैं बच जाऊंगा क्योंकि मैं तेरी ही स्तुति करता हूं।
जब हम घुटने टेक कर अपने परमेश्वर से बिमारियों में भी स्तुति करते हैं तो अधिकार के साथ उसे पुकार सकते हैं की परमेश्वर हम तुझे पुकारते हैं। हम तेरी संन्तान है परमेश्वर ने ऐसा कहा की तुम उस जिवित परमेश्वर की स्तुति करते हो इस लिए तुम्हें शिफा करेगा। उसने हमारे अधर्मो को क्षमा किया है प्रियों उसने कलवरी क्रुस पर हमारे लिए कोड़े खाएं हैं इसलिए हम गुनाहों को न याद करते हुए, अधर्मो को न याद करते हुए वरन् उनसे मन फिरा कर परमेश्वर के इन सामर्थीय वचनों अपनी बिमारियों में घोषणा कर सकते हैं और उसकी चंगाई को अपने जीवन में प्राप्त भी कर सकते हैं।
क्योंकि परमेश्वर ने कहा है की वह हमें चंगा करने वाला परमेश्वर है, वह हमें बचाने वाला परमेश्वर है क्योंकि हम उसकी स्तुति करते हैं और जिवित परमेश्वर स्तुति में विराजमान परमेश्वर है। स्तुति और आराधना में परमेश्वर हमें छुटकारा देता है अनंत जीवन का आशीष देता है वरन शरीर में और आत्मा में और प्राण में भी हमें चंगा करता है।
परमेश्वर आपको इस संदेश के द्वारा आशीष दे। प्रार्थना में आप इन वचनों को आमील करें, परमेश्वर आपको शिफा करेगा।
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