आज सभी मनुष्य खुशी और आनंद जीवन की खोज करते हैं और हर एक तरीका वे अपनाते हैं जिनसे उन्हें खुशी और आनंद प्राप्त हो सके, लेकिन अंत में उन्हें निरासा ही प्राप्त होती है। आज मनुष्य भूल गया है जीवन कि खुशी और आनंद कहीं खोज करने से नहीं वरन सच्चे ईश्वर और उसके जीवित वचनों से मिलती है
आनंद के बारे में बाइबल क्या कहती है ?
आइये हम जानते हैं कि आनंद के बारे में बाइबिल क्या कहती है? "उस सब में जो ‘उसने’ सिखाया, यीशु का लक्ष्य था, ‘उसके’ लोगों का आनन्द."
यूहन्ना 15:11 में परमेश्वर का वचन इस प्रकार कहता है "(मैं ने ये बातें तुम से इसलिये कही हैं, कि मेरा आनन्द तुम में बना रहे, और तुम्हारा आनन्द पूरा हो जाए. )"
आनंद वो चीज है जिस से परमेश्वर हमें तब भरता है जब हम यीशु में विश्वास करते हैं
- परमेश्वर जो आशा का दाता है तुम्हें विश्वास करने में सब प्रकार के आनन्द और शान्ति से परिपूर्ण करे। रोमियों 15:13
परमेश्वर का राज्य, आनन्द है
- क्योंकि परमेश्वर का राज्य खानापीना नहीं; परन्तु धर्म और मिलाप और वह आनन्द है, जो पवित्र आत्मा से होता है। रोमियों 14:17
- पर आत्मा का फल प्रेम, आनन्द, मेल ,धीरज , और कृपा , भलाई , विश्वास , नम्रता और संयम है। गलतियों 5:22
- यह नहीं, कि हम विश्वास के विषय में तुम पर प्रभुता जताना चाहते हैं; परन्तु तुम्हारे आनन्द में सहायक हैं। 2 कुरिन्थियों 1:24
- ‘‘स्वर्ग का राज्य खेत में छिपे हुए धन के समान है, जिसे किसी मनुष्य ने पाकर छिपा दिया, और मारे आनन्द के जाकर और अपना सब कुछ बेचकर उस खेत को मोल लिया।’’ मत्ती 13:44
- यहोवा के उपदेश सिद्ध हैं, हृदय को आनन्दित कर देते हैं। भजन 19:8
- जो आंसू बहाते हुए बोते हैं, वे जयजयकार करते हुए (अथवा, आनन्द की चिल्लाहटों के साथ) लवने पाएंगे ! भजन 126:5
- कदाचित् रात को रोना पड़े, परन्तु सबेरे आनन्द पहुंचेगा। भजन 30:5
- तब मैं परमेश्वर की वेदी के पास जाऊंगा, उस ईश्वर के पास जो मेरे अति आनन्द का कुंड है. भजन 43:4
- तू मुझे जीवन का रास्ता दिखाएगा; तेरे निकट आनन्द की भरपूरी है, तेरे दहिने हाथ में सुख सर्वदा बना रहता है। भजन 16:10
- तू ने मेरे मन में उस से कहीं अधिक आनन्द भर दिया है, जो उनको अन्न और दाखमधु की बढ़ती से होती थी। भजन 4:7
- तुम्हें भी अब तो शोक है, परन्तु मैं तुम से फिर मिलूंगा और तुम्हारे मन में आनन्द होगा; और तुम्हारा आनन्द कोई तुम से छीन न लेगा। यूहन्ना 16:22
- राज्य राज्य के लोग आनन्द करें, और जयजयकार करें। भजन 67:4
- हे सारी पृथ्वी के लोगो, परमेश्वर के लिए जयजयकार करो (आनन्द के साथ पुकारो)। भजन 66:1
- तब स्वर्गदूत ने उन से कहा, ‘‘मत डरो; क्योंकि देखो मैं तुम्हें बड़े आनन्द का सुसमाचार सुनाता हूं जो सब लोगों के लिए होगा। लूका 2:10
- सो यहोवा के छुड़ाए हुए लोग लौटकर जयजयकार करते हुए सियोन में आएंगे, और उनके सिरों पर सदा का आनन्द होगा; वे हर्ष और आनन्द प्राप्त करेंगे, और शोक और सिसकियों का अन्त हो जाएगा। यशायाह 51:11
- उसके स्वामी ने उस से कहा, ‘‘धन्य हे अच्छे और विश्वासयोग्य दास, … अपने स्वामी के आनन्द में सम्भागी हो।’’ मत्ती 25:23
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