स्वर्ग में आशा | Hope In Heaven Verse
यीशु ने सिद्ध स्वर्ग को हमारे लिए तैयार किया है ताकि हम सदैव उसके साथ जीवन व्यतीत कर सकें।
एक सिद्ध संसार किस प्रकार का दिखता है? वह संसार वर्तमान काल में आपके आस पास पाये जानी वाली चीजों से किस प्रकार भिन्न होगा?
कल्पना कीजिए कि यदि किसी के पास खाने के लिए पर्याप्त भोजन हो। कल्पना करें कोई बीमार न हो कल्पना करें कि कोई लड़ाई या युद्ध न हो सोच कर देखें कि अगर सभी लोग एक दूसरे से प्रेम करते व एक दूसरे की देखभाल करते हो।
हमारे लिए इस प्रकार के सुन्दर स्थान की कल्पना करना भी मुश्किल है क्योंकि हमने ऐसा कोई स्थान देखा ही नहीं है। लोगों के पापों के कारण आज संसार में भयानक बातें हो रही है। इस संसार में लालच, घृणा दर्द, स्वार्थ बदला, और लड़ाईया है।
हम जानते हैं कि यीशु उस पर विश्वास करने वालों को क्षमा करेंगे। वे उसके साथ सदा के लिए स्वर्ग में भी रहेगें। स्वर्ग एक पापरहित व कष्टरहित स्थान है। सबसे बढ़कर स्वर्ग परमेश्वर का निवास स्थान है
यीशु ने हमें दृष्टान्तों के द्वारा दिखाने का प्रयास किया था कि स्वर्ग किस प्रकार का होगा।
हम इन्हें यूहन्ना 14:16 तथा प्रकाशितवाक्य 7.9-10.16-17 व 213-4 में पढ़ सकते हैं।
यह वचन हमें याद दिलाता है कि स्वर्ग किस प्रकार का स्थान होगा। यह उनकी आँखों से सब आँसू पोंछ डालेगा और इसके बाद मृत्यु न रहेगी, न शोक, न विलाप, न पीड़ा रहेगी. पहली बातें जाती रही। प्रकाशितवाक्य 21:4
'तुम्हारा मन कच्चा न हो, परमेश्वर में विश्वास रखों और मुझ पर भी विश्वास रखों। मेरे पिता के घर में बहुत से रहने के स्थान हैं. यदि न होते तो मैं तुमसे कह देता क्योंकि मैं तुम्हारे लिए जगह तैयार करने जाता हूँ और यदि मैं जाकर तुम्हारे लिए जगह तैयार करूँ तो फिर आकर तुम्हें अपने यहाँ ले जाऊँगा कि जहाँ मैं रहूँ वहाँ तुम भी रहो जहाँ में जाता हूँ तुम वहाँ का मार्ग जाते हो।"
थोमा ने उससे कहा, "हे प्रभु हम नहीं जानते कि तू कहाँ जा रहा है तो मार्ग कैसे जाने?"
यीशु ने उससे कहा, 'मार्ग, सत्य और जीवन मैं ही हूँ, बिना मेरे द्वारा कोई पिता के पास नहीं पहुँच सकता।" यूहन्ना 14:1-6
बाइबल हमें बताती है कि जिस संसार में हम रहते वह बना न रहेगा। बाइबल के अन्त में पायी जाने वाली पुस्तक प्रकाशितवाक्य हमें इन सारी घटनाओं से अवगत कराती है।
यह पुस्तक परमेश्वर द्वारा यूहन्ना नामक एक व्यक्ति को दिये गये दर्शन पर आधारित है, जिसने दर्शन देखी बातों को लिख दिया।
इसके बाद मैं ने क्या देखा, कि मेरे सामने लोगों की एक बड़ी भीड़ चिल्ला रही है वे मेम्ने के सिंहासन के सामने खड़े हैं वहाँ बहुत सी भीड़ थी जो गिनी नहीं जा सकती थी कोई मतलब नहीं कि वे किस भाषा में बोल रहे हैं वे सब श्वेत वस्त्र पहने हुए हैं और अपने हाथों में खजूर की डालियाँ लिये हुए ज़ोर से पुकारते हुए कह रहें हैं उद्धार सिर्फ हमारे परमेश्वर में है जो सिंहासन पर विराजमान है और उद्धार सिर्फ मेम्ने में ही है। प्रकाशितवाक्य " 7:9-10
मेम्ना
बाइबल में यीशु को कई बार "मेम्ना" या "परमेश्वर का मेम्ना" कहा गया। याद रखें कि जब भी आप "मेम्ना" पढ़ें तो इसका अर्थ है, परमेश्वर का पुत्र यीशु !
प्रकाशितवाक्य में यूहन्ना बताता है कि जो लोग यीशु पर विश्वास करते हैं। उनके लिए स्वर्ग कैसा होगा।
वे फिर भूखें और प्यासे न होंगे, और न उन पर धूप, और न कोई तपन पड़ेगी। क्योंकि मेम्ना जो तुम्हारे बीच में है उनकी रखवाली करेगा, और उन्हें जीवन रूपी जल के सोतों के पास ले जाया करेगा; और परमेश्वर उनकी आँखों से सब आँसू पोंछ डालेगा। प्रकाशितवाक्य 7:16-17
फिर मैं ने सिंहासन में से किसी को ऊँचे शब्द से यह कहते हुए सुना, "देख परमेश्वर का डेरा मनुष्यों के बीच में है। वह उनके साथ डेरा करेगा, और वे उसके लोग होंगे और परमेश्वर आप उनके साथ और उनका परमेश्वर होगा। वह उनकी आँखों से सब आँसू पोंछ डालेगा और इसके बाद मुत्यु न रहेगी, और न शोक, न विलाप, न पीडा रहेगी, पहली बाते जाती रही।" प्रकाशितवाक्य 21:3-4
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