डर - Overcoming Fear Bible
मनुष्य हमेशा ही डरपोक रहा है और मनुष्य की इन्हीं कमजोरियों को समझकर शैतान उसको हमेशा डराता है। हमें डराने के लिए शैतान कई प्रकार के तरीके प्रयोग में लाता है। जब आप विश्वास में बढ़ने लगते हो तो शैतान किसी व्यक्ति के द्वारा. रिश्तेदार के द्वारा, समाज के द्वारा, हमें डराएगा और बार बार हमारे अन्दर बोलेगा.
आप अगर यीशु मसीह पर पूरा विश्वास करेंगे तो सब तुम्हें छोड़ देंगे और कुछ लोगों के द्वारा विरोध भी करना शुरू करेगा। डरपोक व्यक्ति अपनी जिन्दगी में कभी भी कामयाब नहीं हो पायेगा। वो जो कुछ भी करे वो फलवन्त नहीं होगा। डरपोक न बनो और तुम डरो मत और तुम्हारा मन कच्चा न हो जाए। अगर आपके मन के अंदर अभी भी डर है तो आपके अन्दर इनमें से कई चिन्ह जरूर होंगे।
- क्या परमेश्वर मेरी विनती सुनेगा?
- मेरे जीवन में आशीष आना बड़ा मुश्किल है।
- मैं जो करूंगा वो ठीक नहीं होगा।
- मुझसे यह काम नहीं हो सकता।
- मैं ऐसा करूँगा तो लोग मेरे बारे में क्या सोचेंगे?
- कुछ गलती हुई तो लोग मेरा उट्ठा उड़ायेंगे।
- मेरा पिछला कर्म और मेरा खानदान ठीक नहीं है, इसलिए मेरा यह काम नहीं हो पायेगा?
- मैं बोलूंगा तो ठीक नहीं होगा?
- इसको करने की मुझमें काबलियत नहीं है।
- मैं एक पापी हूँ।
ऐसे ही कई प्रश्न जो हमारे मन में आते हैं जिससे हम डर जाते हैं और आगे नहीं बढ़ पाते। इसके पीछे हमारी अपनी आत्मा और शैतान की आत्मा काम करती है। लेकिन परमेश्वर ने हमें शक्ति और सामर्थ्य दिया है। इसलिए प्रभु अपने ऊपर विश्वास करने वालों के ऊपर पवित्रात्मा की शक्ति देता है।
बाइबल हमेशा कहती है, तुम डरपोक न बनो, तुम मत डरो और तेरा मन कच्चा न हो जाये और यीशु ने कहा संसार के अन्त तक मैं तुम्हारे साथ हूँ और तुम्हें कभी अनाथ नहीं छोडूंगा। जहाँ भी तू जाये मैं तेरे संग रहूंगा तेरा हाथ न छोडूंगा। तेरा साथ न छोडूंगा। बचपन से लेकर बुढ़ापे तक परमेश्वर हमारी हर एक चार्ता में हमें हिम्मत, ताकत और हमें जय के साथ चलायेगा।
डरपोक बनकर बैठ जाएंगे तो शैतान आपके जीवन में और बन्धन लेकर आयेगा और आप फंस जायेंगे। आप दुर्घटना में जायेंगे, शैतान और मनुष्य आपके ऊपर विजयी हो जायेंगे। इसलिए चौकस रहो। प्यारो हिम्मत बांधो। आगे बढ़ो क्रूस का लो निशान जीतेंगे हम प्यारो हारेगा शैतान यही गीत आप गीत की किताब देखकर गाइये।
बाइबल आयत पूरा पढ़िए (भजन संहिता-21)
1 हे यहोवा तेरी सामर्थ्य से राजा आनन्दित होगा; और तेरे किए हुए उद्धार से वह अति मगन होगा।
2 तू ने उसके मनोरथ को पूरा किया है, और उसके मुंह की बिनती को तू ने अस्वीकार नहीं किया।
3 क्योंकि तू उत्तम आशीषें देता हुआ उससे मिलता है और तू उसके सिर पर कुन्दन का मुकुट पहिनाता है।
4 उसने तुझ से जीवन मांगा, ओर तू ने जीवन दान दिया; तू ने उसको युगानुयुग का जीवन दिया है।
5 तेरे उद्धार के कारण उसकी महिमा अधिक है; तू उसको वैभव और ऐश्वर्य से आभूषित कर देता है।
6 क्योंकि तू ने उसको सर्वदा के लिये आशीषित किया है; तू अपने सम्मुख उसको हर्ष और आनन्द से भर देता है।
7 क्योंकि राजा का भरोसा यहोवा के ऊपर है; और परमप्रधान की करूणा से वह कभी नहीं टलने का॥
8 तेरा हाथ तेरे सब शत्रुओं को ढूंढ़ निकालेगा, तेरा दहिना हाथ तेरे सब बैरियों का पता लगा लेगा।
9 तू अपने मुख के सम्मुख उन्हें जलते हुए भट्टे की नाईं जलाएगा। यहोवा अपने क्रोध में उन्हें निगल जाएगा, और आग उन को भस्म कर डालेगी।
10 तू उनके फलों को पृथ्वी पर से, और उनके वंश को मनुष्यों में से नष्ट करेगा।
11 क्योंकि उन्होंने तेरी हानि ठानी है, उन्होंने ऐसी युक्ति निकाली है जिसे वे पूरी न कर सकेंगे।
12 क्योंकि तू अपना धुनष उनके विरूद्ध चढ़ाएगा, और वे पीठ दिखाकर भागेंगे॥
13 हे यहोवा, अपनी सामर्थ्य में महान हो! और हम गा गाकर तेरे पराक्रम का भजन सुनाएंगे॥
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