बाइबल परमेश्वर का लिखा हुआ वचन है। पवित्र आत्मा के द्वारा चालीस लोगों ने अलग-अलग समय पर अलग-अलग जगह में बैठकर बाइबल की किताबें लिखीं हैं। संसार में सबसे पहले लिखी हुई बाइबल है। 1500 के करीब भाषाओं में इसका अनुवाद किया गया है। बाइबल किसी व्यक्ति की इच्छा और भावना के अनुसार नहीं लिखा गया। पवित्र आत्मा द्वारा बुद्धि, ज्ञान और बोध देकर लिखवाया गया है। आज आप जो बाइबल देख रहे हैं। उसे छापने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ी और शुरू में पत्थर के ऊपर, जानवरों की खाल के ऊपर, और पेड़ों के हरे रंग से बाइबल को लिखते थे।
उसके बाद जब प्रिंटिंग प्रेस आ गई तो छापी गई किताब बाइबल है। पूरी बाइबल लिखने में 1500 साल लगे। बाइबल में 6000 साल का इतिहास बताते हैं। पढ़े-लिखे, अनपढ़, बुद्धिमान, डॉक्टर, चरवाहे, गायिका, राजा और भविष्यवक्ता, मछुवारे बाइबल लिखने में शामिल हुए हैं। आम किताब एक बार पढ़ने से दोबारा पढ़ने का दिल नहीं करता। लेकिन बाइबल बार-बार पढ़ने से हमारा आत्मिक ज्ञान बढ़ता जाता है और शांति और आनन्द मिलता है।
परमेश्वर को हमसे बातचीत करने का एक जरिया है बाइबल
पुराने समय पर जिन्होंने परमेश्वर पर विश्वास किया। उनके लिए प्रभु ने किया अद्भुत चमत्कार के बारे में बाइबल में बताते हैं। बाइबल में दो भाग हैं। एक है पुराना नियम और दूसरा नया नियम। पुराना नियम में यीशु मसीह के आगमन के बारे में भविष्यवाणी की गई है। यीशु के जन्म होने से पहले के समय को बी.सी. (ई.पू.) कहा जाता है। ये पुराना नियम का समय है। यीशु का जन्म आज से 2000 साल पहले हुआ। इसको A.D. कहा जाता है। ये नया नियम का समय है। संसार का इतिहास यीशु मसीह के जन्म के द्वारा दो भाग हो गया। पुराना नियम में उत्पत्ति मतलब आदम मनुष्य का इतिहास से लेकर यीशु मसीह के जन्म तक बताता है। नये नियम में यीशु मसीह का जन्म और लोगों के बीच में सेवकाई से लेकर स्वर्ग और नरक यीशु मसीह का द्वारा आगमन और अंतिम न्याय इत्यादि विषय के बारे में लिखा गया है।
आप जब बाइबल पढ़ते हैं तो रोज़ नया नियम का एक आयत और पुराना नियम का एक आयत और भजन संहिता एक आयत आपने पढ़ना है। रोज़ पढ़ने से डेढ़ साल के अन्दर बाइबल एक बार पढ़ सकते हैं। पुराना नियम आपको इतिहास की जानकारी देता है। और नया नियम अध्यात्मिक बातें समझाता है। भजन संहिता पढ़ने से हृदय में तसल्ली और शांति और परमेश्वर की वाणी भी समझ सकते हैं।
आप बाइबल निरंतर पढ़ने वाले हो इसका मतलब आपका आध्यात्मिक जीवन बढ़ता है। कुछ लोग कहते हैं मेरा बाइबल पढ़ने में दिल नहीं लगता। कारण यही है कि आपका आत्मिक जीवन रुक गया है। आप बाइबल पढ़ने से पहले प्रभु से प्रार्थना करें। प्रभु इस बाइबल की गहराई और अर्थ समझने के लिए मुझे मदद कर। पवित्रात्मा आपका सहायक है। आप उसकी सहायता मांगें। पवित्रात्मा आपको अगुवाई करेंगे। बाइबल पढ़ने से विश्वास बढ़ता है। यीशु ने कहा जिनको वचनों की प्राप्ति हुई है वो चट्टान पे बनाए हुए मकान के समान है। उसका विश्वास जल्दी टूटता नहीं।
आंधी-तूफान आए, जल प्रलय आए चट्टान पर बनाया हुआ मकान गिरेगा नहीं। आप भी उस मकान के समान दृढ़ होकर वचन सीखकर आगे बढ़ें। जितने भी विरोध, समस्या आएं आपका विश्वास कभी टूटेगा नहीं। याद करो मेहनत करना आपका कर्तव्य है। बाइबल पढ़ने में समय निकालना आपकी जिम्मेदारी है। आप उत्साहित होकर रोज़ बाइबल पढ़ें। परमेश्वर आपको आशीष देगा।
खास सात बात बाइबल हमें बताता है कि :
1) बाइबल हमारे पापों और अर्धम को ढूंढ़ निकालता है।
2) बाइबल हमें मदद करता है कि हम पापों के प्रदूषण से साफ रहें।
3) बाइबल हमें शक्ति प्रदान करता है।
4) बाइबल हमें बताता है कि हम क्या करे और क्या न करे।
5) बाइबल हमें तलवार प्रदान करता है कि पापों के ऊपर विजय पा सके।
6) बाइबल हमें हमारे जीवन को फलवन्त बनाता है।
7) बाइबल हमें प्रार्थना के लिए शक्ति देता है।
परमेश्वर को व्यक्तिगत रूप से जानें | Knowing God Personally
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें