वस्त्र धारण | What does the Bible say about wearing clothes? - Click Bible

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वस्त्र धारण | What does the Bible say about wearing clothes?

 

वस्त्र धारण | What does the Bible say about wearing clothes?

परमेश्वर ने सबसे पहले वस्त्र बनाकर दिया। उसका कारण यह है जब परमेश्वर ने आदम और हव्वा को बनाया जब परमेश्वर की आज्ञाओं का उल्लंघन करने के कारण प्रभु ने उसे दिया हुआ तेजोमय वस्त्र श्राप के द्वारा हट गया। तब परमेश्वर ने एक चमड़े का वस्त्र उनको पहनाया ताकि उनका नंगापन छिप जाये। परमेश्वर पसन्द नहीं करते हैं कि मनुष्य नंगा होकर चले इसलिए प्रभु ने उन्हें वस्त्र खुद बनाकर दिया लेकिन उससे पहले मनुष्य ने खुद ही पत्ते के वस्त्र बनाये और पहने लेकिन सूर्य के तेज के कारण वह मुर्झा गया। तब प्रभु ने चमड़े का वस्त्र पहनाया।


हम विश्वासी लोगों की परमेश्वर की इच्छा को पूरा करना जरूरी है। हमें उत्तम वस्त्र पहनने है। सर्दी में गर्म कपड़ा गर्मी में सूती कपड़ा पहनना ज़रूरी है। कपड़े इसलिए हम पहनते हैं ताकि शरीर को बदलते मौसम से बचायें। साफ सुथरे कपड़े करके पहनना अच्छा है। जिस समाज के बीच आप रहते हो उसके अनुसार कपड़े पहनने आदर की बात है। शरीर को पूरी तरह से ढंके हुए वस्त्र पहनना ही एक विश्वासी के लिए अच्छा है ताकि हम संसार के लोगों के लिए एक नमूना हों। हम जो वस्त्र पहनते हैं उसके कारण किसी के मन के अन्दर बुरे विचार और पाप का अवसर न दें।


आजकल दुनिया कैसे चल रही है। आप देख रहे होंगे लड़के लोग पहले बाल बड़ा करके रंगदार कपड़ा पहनकर लोगों के बीच में चमकने की कोशिश करते थे लेकिन आजकल बात बदल गयी लड़की लोग बाल काटकर रंगदार कपड़ा पहनना और आधा कपड़ा पहनना अपने शरीर को प्रगट करने के तरीके में कपड़े में कटिंग लगाकर अपनी टांग, पेट और छाती दिखाकर लोगों को आकर्षित करने के लिए कोशिश करती हैं।


पुराने समय पर औरतें अपने अन्तः वस्त्र धोकर दूसरों के सामने न दिखाकर छिपाकर बिछाती थीं; लेकिन आजकल औरतें अपनी अन्त: वस्त्र पहनकर कुछ लोग पूरा, कुछ आधा, कुछ लोग थोड़ा बाहर दिखाकर लोगों को आकर्षित करते हैं। सिनेमा और टी.वी. आकर्षण और पैसे के लिए लोग उसे करते और करवाते हुए तरीका था। ये कपड़े का दिखावा था लेकिन अब लोगों ने सिनेमा और टी.वी. को देखकर अपने कपड़ों का फैशन बदल दिया। इसी कारण पाप, बलात्कार और व्यभिचार सब बढ़ता जा रहा है। आपको याद रखना है यदि आप सही तरह के कपड़े नहीं पहनते हैं, तो आपको कोई भी इन्सान आदर नहीं करेगा। जब आप कॉलेज और ऑफिस जाते हैं, सड़क पर चलते हो तो कई लोग आपको देखते होंगे। यह आपको प्यार या आदर की दृष्टि से नहीं है बल्कि नाराज और बुराई की दृष्टि ही है। 


आपका शरीर परमेश्वर का मन्दिर है। परमेश्वर के मन्दिर का आदर करने की जिम्मेदारी आपकी है। प्रभु कहता है मेरे शरीर को नाश करने वाले को मैं भी नाश करूँगा। इसलिए आप शरीर को बाहर दिखाने वाला कोई भी गलत कपड़ा न पहनें। जब आप प्रार्थना खुद करते हो या प्रार्थना के स्थान पर जाते हो तो सिर पर कपड़ा डालना परमेश्वर का वचन कहता है विवाह की चिन्ह के लिए कुछ वस्त्र और आभूषण पहनते हैं लेकिन अपने शरीर और सुन्दरता को दूसरों के सामने प्रगट करने के लिए कई तरह के मैकअप करना वर्जित है। वो आपके शरीर को थोड़ी देर के लिए अच्छा लगेगा लेकिन बाद में वह आपके शरीर को खराब करेगा। अपने वस्त्र धारण पर विशेष ध्यान रखें।


बाइबल में कई वचनों में वस्त्र और शीलता का उल्लेख है। एक उदाहरण नए नियम में है, विशेषकर 1 तीमुथियुस 2:9-10


9 वैसे ही स्त्रियां भी संकोच और संयम के साथ सुहावने वस्त्रों से अपने आप को संवारे; न कि बाल गूंथने, और सोने, और मोतियों, और बहुमोल कपड़ों से, पर भले कामों से। 10 क्योंकि परमेश्वर की भक्ति ग्रहण करने वाली स्त्रियों को यही उचित भी है। 


पौलुस कहते हैं "मैं चाहता हूँ कि स्त्रीएं शिष्टता और शोभायमानी के साथ संतुलित रूप से बनी रहें, अपनी सजावट को तार-तार नहीं करें, न जेवराती बाल, न सोना या मोती, न आरामदायक वस्त्रों की सजावट करें, बल्कि उन्हें अच्छे कार्यों से सजाएं, जो परमेश्वर की उपासना करने वाली स्त्रीओं के योग्य हों।"


यह वचन शिष्टता की महत्वपूर्णता पर जोर देता है और यह बताता है कि वास्तविक सौंदर्य व्यक्ति के चरित्र और क्रियाओं में है, बाहरी सजावटों की बजाय।


पाप क्या है ?


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